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Intraday Trading क्या है और कैसे करें? शुरुआती के लिए पूरा गाइड – 2025

Intraday trading kya hai

Intraday trading kya hai

शेयर बाजार में निवेश के कई तरीके हैं, लेकिन Intraday Trading उन लोगों के लिए खास है जो कम समय में मुनाफा कमाना चाहते हैं। इसमें आप एक ही दिन में शेयर खरीदते और बेचते हैं। यानी जिस दिन आपने शेयर खरीदा, उसी दिन उसे बेच भी देना होता है।

Intraday Trading को Day Trading भी कहा जाता है और यह उन ट्रेडर्स के बीच लोकप्रिय है जो तेज़ रफ्तार वाले मार्केट में मौके तलाशते हैं।

Intraday Trading कैसे काम करता है?

Intraday Trading में ट्रेडर शेयर खरीदता है, लेकिन उसका इरादा लॉन्ग-टर्म निवेश का नहीं होता। यहां मकसद है दिन के भीतर होने वाले प्राइस फ्लक्चुएशन से मुनाफा कमाना।

Intraday Trading के फायदे

  1. तेज़ मुनाफा कमाने का मौका
    लंबा इंतजार नहीं करना पड़ता, एक ही दिन में रिजल्ट मिल जाता है।
  2. मार्केट के दोनों साइड से कमाई
    • Buy First, Sell Later (Price बढ़े तो फायदा)
    • Sell First, Buy Later (Price गिरे तो फायदा)
  3. Leverage का फायदा
    ब्रोकर्स आपको कम पूंजी में बड़ी ट्रेडिंग करने का मौका देते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग vs डिलीवरी ट्रेडिंग

Intraday Trading vs delivery Trading

शेयर मार्केट में निवेश करने के दो मुख्य तरीके होते हैं – इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) और डिलीवरी ट्रेडिंग (Delivery Trading)। दोनों का उद्देश्य मुनाफ़ा कमाना है, लेकिन रणनीति और समय सीमा अलग होती है।

इंट्राडे ट्रेडिंग में निवेशक एक ही दिन में शेयर खरीदकर बेच देते हैं। इसमें तेज़ मुनाफ़े की संभावना होती है, लेकिन रिस्क भी अधिक होता है। इसमें तकनीकी विश्लेषण, मार्केट ट्रेंड और सही समय पर एंट्री-एग्ज़िट बहुत ज़रूरी है। इंट्राडे उन लोगों के लिए सही है जो मार्केट पर लगातार नज़र रख सकते हैं और तेज़ निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं।

दूसरी ओर, डिलीवरी ट्रेडिंग में खरीदे गए शेयर को लंबे समय तक रखा जा सकता है। इसमें निवेशक हफ़्तों, महीनों या सालों तक शेयर होल्ड करके अच्छे रिटर्न पा सकते हैं। यह तरीका सुरक्षित माना जाता है और नए निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है।

Intraday Trading के नुकसान और जोखिम

  1. उच्च जोखिम – कीमतों में उतार-चढ़ाव तेज़ होता है, जिससे नुकसान भी जल्दी हो सकता है।
  2. टाइम और ध्यान की ज़रूरत – दिनभर मार्केट पर नजर रखनी पड़ती है।
  3. मनोवैज्ञानिक दबाव – लगातार उतार-चढ़ाव से भावनात्मक तनाव बढ़ सकता है।

Intraday Trading कैसे शुरू करें? (Step-by-Step Guide)

Intraday Trading process

1. Demat और Trading Account खोलें

Intraday ट्रेडिंग के लिए आपके पास एक Demat + Trading Account होना जरूरी है। कई ब्रोकर्स जैसे Zerodha, Upstox, Angel One, Groww अच्छे ऑप्शन हैं।

2. सही Broker चुनें

3. मार्केट बेसिक्स सीखें

4. छोटी पूंजी से शुरुआत करें

5. Intraday Trading Strategy अपनाएं

Intraday Trading में सफलता पाने के लिए सही रणनीति चुनना बेहद जरूरी है। यहां तीन लोकप्रिय रणनीतियाँ दी गई हैं:

1. Momentum Trading
इसमें ट्रेडर ऐसे स्टॉक्स चुनते हैं जिनमें किसी वजह से अचानक तेज़ खरीद-बिक्री हो रही हो, जैसे कंपनी का रिज़ल्ट, कोई बड़ा ऑर्डर, या मार्केट न्यूज़। जब स्टॉक में वॉल्यूम और प्राइस दोनों तेजी से बढ़ रहे हों, तब Momentum के साथ ट्रेड किया जाता है।

Intraday Trading Strategy

2. Breakout Trading
जब कोई स्टॉक लंबे समय तक एक दायरे (Range) में रहता है और फिर अचानक अपने Resistance Level को तोड़कर ऊपर जाता है या Support को तोड़कर नीचे आता है, तो इसे Breakout कहते हैं। इस स्थिति में तेजी या मंदी के ट्रेंड को पकड़कर मुनाफा कमाया जाता है।

3. Reversal Strategy
इस रणनीति में ऐसे स्टॉक्स खोजे जाते हैं जो लंबे समय से एक दिशा में चल रहे हों, लेकिन अब उनके रुकने और उलटी दिशा में जाने के संकेत मिल रहे हों। सही टाइम पर एंट्री लेकर छोटे समय में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।

Intraday Trading के लिए जरूरी Tools

  1. Trading Platform – Zerodha Kite, Upstox Pro
  2. Technical Analysis Software – TradingView
  3. Market News Updates – Moneycontrol, Economic Times

Intraday Trading के लिए 10 Golden Rules

  1. सिर्फ Liquid Stocks में ट्रेड करें।
  2. News और Events पर ध्यान दें।
  3. Stop Loss जरूर लगाएं।
  4. Pre-defined Target सेट करें।
  5. Overtrading से बचें।
  6. मार्केट में अनुशासन रखें।
  7. भावनाओं पर कंट्रोल रखें।
  8. Risk-Reward Ratio फॉलो करें।
  9. Trend के खिलाफ न जाएं।
  10. हर ट्रेड से सीखें।

बेस्ट इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी

शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) तेज़ मुनाफ़ा कमाने का एक लोकप्रिय तरीका है। लेकिन इसमें सफलता पाने के लिए सही रणनीति की ज़रूरत होती है। साल 2025 में बेस्ट इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी वही होगी जो रिस्क को कम करे और स्थिर रिटर्न दिलाए।

सबसे पहले, ट्रेंड फॉलोइंग स्ट्रैटेजी सबसे प्रभावी मानी जाती है। इसमें निवेशक मार्केट के रुझान (Trend) को समझकर उसी दिशा में ट्रेड करते हैं। अगर शेयर ऊपर की तरफ बढ़ रहा है, तो बाय करना सही रहता है, और गिरावट पर शॉर्ट सेलिंग की जा सकती है।

दूसरा, सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल का उपयोग करना ज़रूरी है। जब शेयर अपने सपोर्ट लेवल पर आता है तो खरीदने का मौका मिलता है और रेजिस्टेंस लेवल पर बेचने का।

तीसरी महत्वपूर्ण रणनीति है – स्टॉप लॉस (Stop Loss) और टारगेट प्रॉफिट तय करना। इससे बड़े नुकसान से बचा जा सकता है और मुनाफ़ा समय पर बुक किया जा सकता है।

Intraday Trading Example (Profit & Loss)

मान लीजिए आपने ₹200 पर 1000 शेयर खरीदे।

इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स शुरुआती लोगों के लिए

शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) सबसे लोकप्रिय तरीकों में से एक है। इसमें निवेशक एक ही दिन में शेयर खरीदते और बेचते हैं। सही रणनीति अपनाने पर यह तेज़ मुनाफ़ा दे सकता है, लेकिन बिना ज्ञान के इसमें बड़ा नुकसान भी हो सकता है। इसलिए शुरुआती लोगों को कुछ जरूरी इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स ज़रूर अपनाने चाहिए।

क्यों 10 में से 7 लोग इंट्राडे ट्रेडिंग में हारते हैं?

शेयर बाज़ार में इंट्राडे ट्रेडिंग को अकसर “तेज़ पैसे कमाने का ज़रिया” समझा जाता है। लेकिन हकीकत इसके उलट है। SEBI की हालिया रिपोर्ट (2023-24) के मुताबिक इंट्राडे करने वाले 10 में से 7 निवेशक घाटे में रहते हैं। खास बात यह है कि 30 साल से कम उम्र के 76% ट्रेडर्स को नुकसान हुआ, और जो लोग साल में 500 से ज़्यादा बार ट्रेड करते हैं, उनमें 80% तक पैसा गंवाते हैं

असल समस्या यह है कि अधिकांश नए लोग इंट्राडे को जुआ समझकर कूद पड़ते हैं। वे सोचते हैं कि स्क्रीन पर लाल और हरे चार्ट देखकर तुरंत फ़ैसला ले लिया जाएगा और पैसा दुगना हो जाएगा। मगर मार्केट अनुशासन, अनुभव और ठोस रणनीति मांगता है। Greed और Fear – यही दो भावनाएँ अधिकांश ट्रेडर्स को गलत फैसले लेने पर मजबूर करती हैं।

इसके अलावा, बार-बार ट्रेड करने पर brokerage और taxes भी लाभ को खा जाते हैं। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी शोध बताते हैं कि 70–90% day traders अंततः असफल होते हैं

इसलिए, यदि आप इंट्राडे में टिकना चाहते हैं, तो सबसे पहला नियम है – “पूंजी बचाओ, फिर मुनाफ़ा कमाओ।” ज्ञान, धैर्य और risk management के बिना इंट्राडे सिर्फ नुकसान का सौदा है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए 10 महत्वपूर्ण टिप्स (Tips for Beginners in Intraday Trading in Hindi)

  1. छोटी राशि से शुरुआत करें – नए ट्रेडर्स को छोटे-छोटे निवेश से अनुभव जुटाना चाहिए।
  2. मार्केट ट्रेंड को समझें – बिना सोचे-समझे ट्रेड न करें, तकनीकी चार्ट देखें।
  3. स्टॉप-लॉस लगाएँ – नुकसान से बचने के लिए हमेशा Stop Loss का उपयोग करें।
  4. ज्यादा ट्रेड न करें – एक दिन में सीमित ट्रेड करें, लालच से बचें।
  5. समाचार और अपडेट्स पर नज़र रखें – मार्केट न्यूज़ और सेक्टर अपडेट्स पर ध्यान दें।
  6. भावनाओं पर नियंत्रण रखें – डर या लालच से लिए गए फैसले अक्सर गलत होते हैं।
  7. सही स्टॉक्स चुनें – लिक्विडिटी वाले और प्रसिद्ध कंपनियों के शेयर चुनें।
  8. अनुशासन बनाए रखें – तय किए गए लक्ष्य और नियमों का पालन करें।
  9. समय पर एंट्री और एग्ज़िट करें – देर करने से नुकसान बढ़ सकता है।
  10. सीखते रहें – लगातार मार्केट से जुड़ा ज्ञान और अनुभव हासिल करें।

FAQ

Q1. Intraday Trading और शेयर खरीदने में क्या फर्क है?

A:

Q2. Intraday Trading के लिए कितनी पूंजी चाहिए?

A:


Q3. क्या Intraday Trading सुरक्षित है?

A:

Q4. Intraday Trading में Profit कैसे होता है?

A:


Q5. Intraday Trading में कौनसे tools use होते हैं?

A:

Q6. क्या Technical Analysis सीखना जरूरी है?

A:


Q7. क्या मैं मोबाइल से Intraday Trading कर सकता हूँ?

A:

Q8. Stop Loss क्या है और क्यों जरूरी है?

A:


Q9. Intraday Trading beginners के लिए कैसे safe है?

A:

📌 Disclaimer: यह आर्टिकल सिर्फ शिक्षा के उद्देश्य से है। स्टॉक मार्केट में निवेश या ट्रेडिंग से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।

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